जी हाँ ! यदि आप भी मार्केट में बिकने वाली अरहर दाल खरीद कर इस्तेमाल करते है तो ज़रा सावधान हो जाएं। क्योंकि बाजार में साफ सुथरी और शानदार दिखाई देने वाली अरहर की दाल में खेसारी दाल को मिला कर बेचा जा रहा है जो आपको बीमार कर सकती है जिससे आपके पैरों में लकवा मार सकता है। अरहर की दाल कुछ लोग शौक से और कुछ लोग मज़बूरी में इस्तेमाल करते हैं क्योंकि दाल में प्रोटीन पाई जाती है इसलिए बाजार में गोरखधंदा करने वाले इसी बात का फायदा उठाकर अरहर की दाल से मिलती जुलती खेसारी दाल को मिलाकर बाजार में बेंच रहें है। ये वही दाल है जिसे वर्ष 1961 में बैन कर दिया गया था। खेसारी दाल भारत में कभी इस कदर लोकप्रिय थी की कई इलाकों में पेमेंट के तौर पर इसका प्रयोग होता था। न्यू साइंटिस्ट मैगज़ीन में वर्ष 1984 में छपी रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया था। वर्ष 1907 में जब देश में भयंकर सूखा पड़ा तो मध्य प्रदेश स्थित रीवा के महाराज ने इस दाल की खेती पर रोक लगा दिया था। इस दाल को लाकहोली दाल के नाम से भी जाना जाता है। किसी समय में इसका इस्तेमाल किसान लोग जानवरों के चारे के रूप में करते थे। लेकिन सरका
घर का डॉक्टर
किशमिश सूखे अंगूरों को कहा जाता है। पारम्परिक रूप से बड़े आकार के अंगूरों को किशमिश तथा छोटे आकार के अंगूरों को मुनक्का कहा जाता है।
किशमीशो के वजन का 69 % से 72 % शक्कर होता है, जो अधिकतर ग्लूकोस और फ्रुक्टोस के रूप में होता है। इनका 3 % भाग प्रोटीन और 3.4 % भाग पाचन में मददगार फाइबर होता है। ताजे अंगूरों की तुलना में विटामिन-C कम होता है। इनमें सोडियम कम लेकिन कोलेस्ट्रॉल बिल्कुल नहीं होता।
एनर्जी से भरपूर और लो फैट किशमिश का सेवन सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। खासतौर पर जाड़े के मौसम में। ठंड के मौसम में इसका सेवन ना सिर्फ शरीर को गर्म रखता है बल्कि इससे आप कई बीमारियों से भी बचे रहते हैं।
किशमिश के औषधीय गुण
25 ग्राम किशमिश में लगभग 78 % कैलोरीज और 0.83 ग्राम प्रोटीन होता है। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन-बी, आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फाइबर भी पाया जाता है।
भीगे हुए किशमिश खाने के फायदे
ज्यादातर लोग किशमिश को ऐसे ही खाते हैं लेकिन भीगे हुए किशमिश खाना सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है। किशमिश को रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खाएं। इससे आप बीमारियों से भी बचे रहेंगे और यह आपको दिनभर एनर्जेटिक भी रखेगा।
हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है की किशमिश को भिगोकर खाना चाहिए क्योंकि इससे उसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और नूट्रिएंट्स की मात्रा बढ़ जाती है। तो आइये जाने भीगे हुए किशमिश खाने के और कौन-कौन से फायदे हैं।
- भीगे हुए किशमिश का सेवन ब्लड प्रेशर को नार्मल रखता है।
- भीगे हुए किशमिश का सेवन करने से यह आपके पाचन की समस्या को दूर करता है।
- किशमिश में ऐसे सभी नूट्रिएंट्स पाए जाते हैं, जो इम्युनिटी को मजबूत बनाते हैं।
- सर्दियों के मौसम में रोज़ाना किशमिश का सेवन करने से शरीर बैक्टीरिया के कारण होने वाले इन्फेक्शन से सुरक्षित रहता है।
- फैट फ्री और लो-शुगर ड्राई फ्रूट होने के कारण इसका सेवन वजन कम करने में भी मददगार है।
- किशमिश में बोरॉन और कैल्शियम जैसे तत्व भी पाए जाते हैं, जो हड्डियों के साथ मांसपेशियों को भी मजबूत करता है
- किशमिश में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर में खून की कमी को दूर करता है।
- किशमिश खाने से शरीर में मौजूद विषैले टॉक्ससीन्स बाहर निकल जाते है। इससे आप लिवर इन्फेक्शन व अन्य समस्याओं से बचे रहते है।
- जरुरी नूट्रिएंट्स और फाइबर से युक्त किशमिश का सेवन शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है। इससे दिल स्वस्थ रहता है और आप हार्ट डिसीज से बचे रहते हैं।
- एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन-ए और बीटा कैरोटीन से भरपूर होने के कारण किशमिश का रोज़ाना सेवन आँखों की रोशनी के लिए फायदेमंद होता है।
- किशमिश में एंटी-बैक्टीरियल तत्व मौजूद होते हैं, जो मुँह की दुर्गन्ध को दूर रखते हैं।
- किशमिश में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो हमारे दांतो के लिए बहुत ही लाभकारी होते हैं, यदि आपको पायरिया की समस्या है या आपके दांत पीले हैं तो आपको किशमिश का सेवन अवश्य करना चाहिए।
किशमिश के कुछ रोचक तथ्य
अंगूर और किशमिश कुत्तों के गुर्दों को खराब कर सकते हैं। इसका सही कारण अभी तक ज्ञात नहीं है लेकिन पालतू कुत्तों को यह दो चीजें कभी खाने के लिए नहीं देनी चाहिये।
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Such a great 👍information thank you so much sir..😊
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